baazar ki khabar
जानिए स्टॉक मार्केट में सारे BEAR
का बाप
या Title
of BLACK COBRA
नमस्कार
दोस्तों !
हम सभी
लोगो ने स्कैम 1992 वेव सीरीज तो देखा ही
होगा, इस सीरीज में दिखाई जाने वाली अधिकांश बातें सही है ! साल 1992 में हुए शेयर बाज़ार के घोटाले में देश में तहलका मचा
दिया था ,पुरे देश में एक भारी चर्चा का विषय बना हुआ था ! Scam 1992 Web series में हमे पुरे स्टॉक मार्केट के घोटाले के
बारे में विस्तार रूप और धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड या जिसे उस समय किंग ऑफ़ स्टॉक
मार्केट हर्षद मेहता की झलक देखने को मिली !
आज के इस आर्टिकल से माध्यम से हम बात करेंगे की स्टॉक मार्केट में सारे मन्दरिये या स्टॉक मार्केट की भाषा में बेयर यानि भालू कॉर्टेल का बाप किनको बोला जाता था ? किनको टाइल मिला ब्लैक कोबरा ?
स्कैम 1992 वेब सीरीज में एक बहुत ही चालक या चतुर इंसान मिला जो की स्टॉक मार्केट का एक दलाल यानि ब्रोकर था जो की हर्षद मेहता के स्टॉक बाज़ार में आने से पहले शेयर बाज़ार का राजा कहलाता था जिसे की स्टॉक मार्केट का ब्लैक कोबरा भी कहते है वो शख्स कोई और नहीं मनु मानेक मुंद्रा थे !
स्कैम 1992 वेब सीरीज में मनु मानेक का किरदार दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक ने निभाई थी जिनका की हाल ही में 66 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया !
मनु मानेक
के बारे में उस समय शेयर बाज़ार से जुड़े कुछ लोगों का कहना है की उनका दबदबा इंतना
था की कम्पनीयों के डायरेक्टर यानि निदेशक मनु महाराज के ही मर्ज़ी से चुने जाते थे
और कम्पनीयां भी स्टॉक पर कितना लाभ देना चाहिए ये भी सलाह उनसे ही लेते थे !यदि
कम्पनीयां उनसे बिना सलाह मशविरा लिए कुछ करती थी तो उनका बहुत ही नुकशान होता था
!क्योंकि वो एक बिअर ऑपरेटर था और वह अपनी शोर्ट सेलिंग से और बाज़ार की गतिविधि को
देख कर कम्पनी के शेयर के भाव को निचे कर देता था !
मनु मानेक कुल कितने सम्पति के मालिक थे –
मनु मानेक की जीवनी –
मनु मानेक
का जन्म कोलकाता में हुआ था ! उन्होंने डीग्री यानि स्नातक की पढाई पूरी करने के
तुरंत बाद ही स्टॉक एक्सचेंज में काम करना शुरू कर दिया था ! उन्होंने बहुत मेहनत
कर के शेयर बाज़ार को सिखा वहां अपनी पहचान बनाई और अपने हुनर के दम पर काफी अच्छा
लाभ भी कमाया !
कैसे मिली मनु मानेक को ब्लैक कोबरा की उपाधि –
जैसा की
आपलोग जानते ही होगे ,मार्केट में दो कार्टेल तरह के कार्टेल होते हैं एक बिअर तो
दूसरा बुल कार्टेल होता है जिसको शुद्ध हिंदी में भालू और बैल ग्रुप बोल सकते हैं
! चलिए थोडा हम इस बुल और बिअर के बारे में समझे हैं –
बुल (बैल )कार्टेल
–
ये ग्रुप या
वह उन माइंडसेट वाले लोगों का होता है जो शेयर बाज़ार को लेकर बड़े उत्साहित होते हैं
और उम्मीद करते हैं की बाज़ार में तेज़ी आएगी और उसे लाभ होगा ! उस समय के इस
कार्टेल में हर्षद मेहता एक नामचीन व्यक्ति हुआ करते थे ! जिन्होंने स्टॉक की
कीमतों को बढाकर लाभ कमाया था !
बिअर(भालू) कार्टेल –
यही दूसरी
ओर बिअर कार्टेल वाले लोग जिनका की माइंडसेट होता है की स्टॉक के भाव को बाज़ार में
गिरा कर उनसे लाभ कमाया जाय ! इस तकनीक को शोर्ट सेलिंग के नाम से भी जानते हैं ! इस
तकनीक में, वे अपने शक्ति यानि
अपने प्रभाव का उपयोग करके दलालों से शेयर उधार लेते थे और अपनी आपूर्ति बढ़ाने के
लिए उन्हें जितना संभव हो सके बेचते थे, जिससे
बदले में उनकी कीमत गिर जाती थी और फिर उन शेयरों को कम कीमत पर खरीदकर उनमे लाभ करते
थे।
मनु मानेक
ने सम्पति कैसे अर्जित किया –
मनु
मानेक Share baazar में इतने Powerfull व्यक्ति थे क्योंकि उनके पास बहुत सारी
संपत्ति थी जिसे वह शेयर बाजार में शेयर खरीदने के लिए अन्य व्यापारियों को उधार
देते थे क्योंकि उस समय सस्ता ऋण मिलना दुर्लभ था। इसके लिए वह 20% से 30% की ज्यादा सालाना ब्याज
दर लेता था।इसके बदले में, उसे यह भी जानकारी मिल
जजाती थी की कितने लोग शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश कर रहे हैं और वे किस स्टॉक में
इन्वेस्ट /निवेश कर रहे हैं जिसकी जानकारी वह अपने लाभ के लिए करेगा।फिर वह शेयर
बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का उपयोग उन शेयरों को कम करके बेचकर करेगा जो वह
बाजार में दलालों से उधार लेता था और शेयर बाजार में अधिक पोजिसन बनाता था और जब
शेयरों की कीमतें कम हो जाती थीं तो वह खरीदकर उन शेयरों में लाभ करता था। जिससे
उनकी संपत्ति में भारी वृद्धि हुई।
हालाँकि मनु मुंद्रा शेयर बाजार को
नियंत्रित करते थे, लेकिन
वह ये भी जानते थे कि वे अकेले पूरे बाजार को नियंत्रित नहीं कर सकते। इसलिए, उन्होंने बाज़ार में अपने नाम का इस्तेमाल किया
और एक कार्टेल बनाया, जिसमें
कई स्रोतों के अनुसार राकेश झुनझुनवाला और राधाकिशन दमानी जैसे प्रमुख शेयर बाज़ार
के लोग शामिल थे।
इस कार्टेल को बियर कार्टेल के नाम
से जाना जाने लगा, जो ब्रोकरों
/दलालों के साथ सम्बन्ध बना कर करता था और साथ में उनकी पोजिसन को कम करके पूरे
शेयर बाजार को नियंत्रित करता था।
इन सभी तकनीकों और बाजार की स्तिथि और गतिविधि के बारे में निर्णय की अपनी मजबूत समझ का उपयोग करके मनु मानेक ने भारतीय शेयर बाजार पर अपना स्वामित्य स्थापित किया और उन्हें भारतीय शेयर बाज़ार से जुड़े लोग शेयर बाजार के ब्लैक कोबरा के रूप में जानने लगे !
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